IRCTC IT Center Employees का फीका दशहरा फीका बकरीद
अगर पता था तो क्या प्रबंधन ने ठेका वर्कर को परेशान करने का और ठेका वर्करों ने उफ़ तक नही करने का कसम खा लिया हो. इसको कहते हैं, “सरदार मैने आपका नमक खाया हैं”. इनका उफ नही करना शौकिया नही बल्कि मजबुरी हैं, डर हैं, नौकरी जाने का. जिसका फ़ायदा मैनेजमेंट द्वारा जम कर उठाया जा रहा हैं.
विदित हो कि आई.टी.सेंटर में केवल 55 परमानेंट और 275 ठेका वर्कर ई-टिकट सीस्टम के लिये कार्यरत हैं. आईआरसीटीसी इन्ही ठेका वर्कर के दम पर रोज-2 कमाई के नये कीर्तिमान स्थापित किये जा रहा हैं. मगर इन वर्करों के ऊपर न तो कभी मैनेजमेंट का ध्यान गया और अगर किसी वर्कर ने इनका ध्यान दिलाने कि कोशिश किया भी तो उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.
यहाँ पुरी तरह हिटलरसाही हावी हैं. यहां के अधिकारियों न तो कानुन का डर हैं और न ही सरकार और संविधान कि इज्जत. ये अपने परमानेंट वर्कर और ठेका वर्कर दोनों को यूनियन न बनाने और न शामिल होने का बॉन्ड बनबाते हैं. जो कि वर्कर का मौलिक अधिकार पर हमला हैं. अब क्रांति ही एकमात्र रास्ता हैं इन हिटलरवादियों के अकल ठिकाने लाने का. सत्य को कोई भी ज्यादा देर तक नकार नहीं सकता है क्योकि रात चाहे कितनी लंबी क्यों न हो उसका अंत सवेरा है.