शौचालय यानि ईज्जत घर – मोदी, चिंता तो BHU में छात्राओं से छेड़छाड़ कैसे?

देश के प्रधानमंत्री मोदी जी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर है. जिसके दौरान उन्होंने शहंशाहपुर गांव के मुसहर बस्ती में अपने हाथों से शौचालय की नींव रखी. बताया जा रहा है कि जिस व्यक्ति के घर में मोदी जी गए वह व्यक्ति झोपडी में रहता था. एक तरफ तो मोदी महिलाओं की ईज्जत के लिए शौचालय की नींव रखते हैं. मगर दूसरी तरफ BHU में छात्राओं से छेड़छाड़ की घटना घट जाती है.

BHU में छात्राओं से छेड़छाड़ कैसे?

मोदी जी के आने से पहले कुछ लोग आकर अरविन्द नामक व्यक्ति से पूछा कि “क्या तुम शौचालय बाहर जाते हो? उसने कहा हाँ, फिर उसको बोला गया कि स्वयं प्रधानमंत्री मोदी आकर तुम्हारे घर में कुदाल चला कर शौचालय नींव रखेंगे. ठीक हुआ भी यही, खुद मोदी जी आकर शौचालय का नींव खोद गए. जिसके बाद मोदी जी ने कहा कि यूनिसेफ कि रिपोर्ट बताती है कि जिस घर में शौचालय है. उस घर का सालाना 50 हजार खर्चा बचता है.
आगे कहा कि शौचालय घर का ईज्जत घर है. जो व्यक्ति महिलाओं की ईज्जत चाहेगा, वह शौचालय जरूर बनवायेगा. बिलकुल सही बात कहा मोदी जी ने और इस बात से हम सौ फीसदी सहमत भी है. मगर क्या घर के बाहर महिलाओं के ईज्जत को खतरा नहीं है? अगर है तो महिला सुरक्षा पर आप और आपकी सरकार गूंगी क्यों हो जाती है?
इधर दूसरी तरफ मोदी जी के बनारस दौरे का नाम सुनकर बीएचयू की छात्राएं सड़क पर उतर आई है. उसका कही न कही कनेक्शन ईज्जत से ही है. ताजुब की बात यह है कि वो मोदी जी के कहे अनुसार “ईज्जत घर” में ही शौचालय जाती हैं. मगर फिर भी उनकी ईज्जत सुरक्षित नहीं है. अब लोग कहेंगे ऐसे कैसे हो सकता है? जी हां यही सच्चाई है. दरअसल हाल के दिनों में बीएचयू में छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं.
जानकारी के अनुसार गुरूवार की शाम बीएचयू कैंपस में कला भवन के सामने एक छात्रा से छेड़छाड़ के मामले में सैकड़ों की संख्या में बीएचयू की छात्राओं ने शुक्रवार को न केवल बीएचयू के अंदर महिला महाविद्यालय का गेट बंद कर दिया, बल्कि बीएचयू का मेन गेट सिंह द्वार भी बंद कर धरने पर बैठ गई. छात्राओं की मांग है कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो.
पीड़ित छात्रा ने विरोध स्वरुप अपना सिर मुंडवा लिया है. जिसके बाद मामला और भड़कता जा रहा है. शायद मोदी जी के लिए छेडछाड़ गली-गलौज से किसी बहू बेटी कि ईज्जत नहीं जाती है. तभी तो गरखण्डी लोगों (हमारे देहाती भाषा में गाली देने वाला) को ट्विटर पर फॉलो करते हैं. इस महाविद्यालय का पूरा नाम बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी है. हिदुत्व का दंभ भरने वाले बीजेपी पार्टी का सांसद, सीएम् और पीएम भी है.
मगर फिर भी अपनी आबरू और इंसाफ के लिए देश कि बेटी को सड़क पर उतरना पड़ता है. अब शायद योगी जी एक एंटी रोमियों स्क्वाड भी कुम्भकरण की नींद में हो या फिर शायद यह राह चलते भाई-बहन, क्लास मेट इत्यादि को निशाना बनाकर  बेईज्जत करने के लिए हैं?
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