UP CM Helpline में काम करने वाली लड़कियों ने खाया जहर, 4 महीने से?

उत्तरप्रदेश में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन न 1076 (UP CM Helpline) है. यह टोल फ्री नंबर नंबर है. जो कि बिलकुल ही फ्री है. इसपर कॉल करके जनता किसी भी तरह की समस्या बताकर शिकायत दर्ज कराती है. इसके बाद शिकायत दर्ज होते हैं सम्बंधित विभाग को समाधान के लिए निर्देशित किया जाता है.  7 मार्च 2018 को इसी कॉल सेण्टर में काम करने वाले 100 से अधिक कर्मचारियों ने अपने चार महीने से बकाये वेतन के लिए हंगामा किया था. जिसके बाद भी सुनवाई नहीं हुई  जिससे तंग आकर 4 लड़कियों ने जहर खा लिया है.

UP CM Helpline काम करने वाली लड़कियों ने खाया जहर

मिडिया से मिली जानकारी के अनुसार इस विभाग में सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से पांच सौ कर्मचारी शिप्ट के हिसाब से काम करते हैं. इसका कॉल सेण्टर गोमती नगर में अवस्थित है. बताया जा रहा है कि अपने चार महीने के वेतन की मांग को लेकर बुधवार को विभूतिखंड थानाक्षेत्र स्थित साइबर टॉवर के छठे फ्लोर पर जमकर हंगामा किया था.

अपने चार महीने से बकाये वेतन के लिए हंगामा किया

कर्मचारियों का कहना है कि होली भी निकल गई मगर हमारा वेतन नहीं मिला. जागरण के खबर के अनुसार गोमती नगर एसओ सत्येंद्र राय का कहना है कि कर्मचारियों का तीन महीने की ट्रेनिग और एक महीने का वेतन नहीं मिला है.

वेतन न मिलने से आर्थिक संकट से जूझ रही मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 में काम करने वाली 4 लड़कियों ने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की है. जिसके बाद आननफानन में उनको लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया. अब सवाल यह है कि इनको वेतन कितना मिलता है.

हमने खुद इनकी वीडियो शोसला मिडिया में  देखी है, काफी कम उम्र के बच्चे हैं. जिनकी सैलरी महज़ 6000 रुपये हैं, वो भी 4 महीने से नही मिली. बताया जा रहा है कि उनके बवाल करने पर सैलरी के नाम पर 50 रुपये 80 रुपये और किसी किसकी के मात्र 200 रुपये क्रेडिट हुए. दैनिक भास्कर की महिला पत्रकार कविश अजीज ने अपने फेसबुक वॉल पर लिखा है कि “अपना हक़ मांगने पर पुलिस की बदसलूकी बर्दाश्त करना पड़ा सो अलग”.

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