Security Guard और सफाईकर्मियों की Salary 4900 से 14000 कैसे हुई

आज इस टॉपिक के माध्यम से आपको अपना Experience बताना चाहूंगा कि आखिर “Security Guard और सफाईकर्मियों की Salary 4900 से 14000 कैसे हुई? “आज हर विभाग में Minimum Wages देने का नियम बना लिया गया हैं. जबकि ऐसे भी देखा गया है कि मुख्य नियोक्ता के कुछ अधिकारी से मिलकर ठेकेदार विभाग से न्यूनतम वेतन तो ले लेता मगर कर्मचारी को उसका आधा पैसा ही भुगतान करता हैं. कुछ ऐसा ही इस केस में हुआ. जिसके बारे में बताने जा रहे हैं. 

Security Guard की Salary

आप सभी लोगों को पता हैं कि मैं अपने नौकरी से निकाले जाने से पहले आईआरसीटीसी आईटीसेंटर, दिल्ली में जॉब करता था. वहाँ अपने वर्कर साथियों के लिए सामान काम का सामान वेतन की मांग उठाई तो नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया. इसी संघर्ष के दौरान हमारे ऑफिस में ही काम करने वाले Security Guard और सफाईकर्मियों की भी आवाज उठाई और उनकी सैलरी में बढ़ोतरी हुई. आज इसके बारे में बताने जा रहा हूँ. जिसको पढ़ने के बाद आपके लिए मोटिवेशनल साबित हो सकता हैं और भी बहुत सारी जानकारी मिलेगी.

सफाईकर्मियों की Salary 4900 से 14000 कैसे?

तकरीबन 5 साल पहले IRCTC के IT Center में 6-7 पेंट्री और सफाईकर्मियों को बिना किसी नोटिस के नौकरी से निकाल दिया गया. उनकी गलती बस यह थी कि उनकी सैलरी टाइम पर नहीं मिली थी और वो इसके लिए IRCTC के अधिकारी से लेकर अपने ठेकेदार तक से कई बार गुहार लगाकर थक चुके थे. जिसके बाद उन्होंने आपस में तय कर काम बंद कर दिया.
जब किसी अधिकारी ने चाय मांगी तो उनमें से किसी स्टाफ ने कह दिया कि सर हम हड़ताल पर हैं. जब तक सैलरी नहीं मिलेगी काम नहीं करेंगे. ऐसे में अधिकारी को गुस्सा आ गया. जिसके बाद ठेकेदार से बोलकर उन सभी सफाईकर्मियों को कल से आने से मना कर दिया.
इस तरह उपरोक्त सभी वर्कर काम से बाहर हों गए. उनमें से ज्यादातर 5-6 साल से नौकरी कर रहे थे. इससे से भी बड़ी बात कि किसी भी के घर की माली हालत ठीक नहीं थे. उनकी कल से IRCTC ऑफिस के गेट पर इंट्री रोक दी गई. वो भी मायूस होकर अपनी दूसरी रोजी रोटी की तलाश में लग गए.

एक दिन अचानक उनकी मुझसे मुलाकात होती हैं और उनकी कहानी सुनने के बाद मैंने उनको लेबर कमिश्नर ऑफिस (RLC(C)) में शिकायत लगाने की सलाह दी. उसके बाद उनलोगों ने केस लगाया. उनके केस में न्यूनतम वेतन (Minimum Wages) नहीं देने की बात भी प्रमुखता से उठाई गई.

जिसके बाद आईआरसीटीसी (IRCTC) के आईटी सेंटर जहां ये लोग पहले काम करते थे. वहाँ काम करने वाले सिक्योरिटी स्टाफ (Security Guard) से लेकर सफाईकर्मियों यानी फोर्थक्लास एम्प्लोयी को उस समय का न्यूनतम वेतन (Minimum Wages) मिलने लगा जो कि उस समय लगभग 7200/- मासिक के आसपास था. जबकि उन्होंने को पहले 4900/- मासिक मिलता था. IRCTC रेल मंत्रालय का PSU हैं, जिसके करना नियम के हिसाब से वो Central Government (CG) के अंडर आयेगा.

ऐसे यह उनके कैटेगरी के हिसाब से कम था मगर वहाँ काम करने वाले लोगों को लगा कि यह हमारे मैनेजमेंट ने बढ़ाया हैं, जबकि असलियत यह थी कि नौकरी से निकाले उनके साथी वर्करों के शिकायत पर यह वृद्धि हुई थी.

आईआरसीटीसी में लेबर इंस्पेक्टर के द्वारा इंस्पेक्शन किया

इसके करीब 2 साल बाद हमलोगों के कम्प्लेन पर आईआरसीटीसी के आईटी सेंटर में लेबर इंस्पेक्टर के द्वारा इंस्पेक्शन किया जाता हैं. जिसमें काफी लोगों ने अपनी शिकायत लेबर इंस्पेक्टर के सामने रखी और अपना बयान दर्ज करवाया. जब इंस्पेक्टर इंस्पेक्शन करने के बाद बाहर आये तो मैंने जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने बताया कि तक़रीबन 40-50 वर्कर से मिला और बयान दर्ज किया है. इसके आधार पर जो भी करवाई होगी की जाएगी.

उनसे मैंने खुद पूछा कि यहां काम करने वाले Security Guard और सफाईकर्मियों को न्यूनतम वेतन और छुट्टी आदि नहीं दी जाती तो उन्होंने कहा कि ले लोग हमारे पास आये ही नहीं. मैंने कहा कि अभी पूछ लीजिये, तभी पास खड़े एक गार्ड साथी को बुलाया. उनसे पूछा कि कितना वेतन मिलता हैं तो उन्होंने कहा कि 7200/- और छुट्टी तो उन्होंने कहा कि साहब हमलोग तो साल में 365 दिन काम करते हैं. जबकि उस समय न्यूनतम वेतन तक़रीबन 8500/- के आसपास था.  फिर क्या था इंस्पेक्टर साहब ने कम्पनी प्रबंधन से उनलोगों के ठेकेदार का रिकॉर्ड भी माँगा.

जिसके एक दिन बाद ही एक लिस्ट ऑफिस में चिपका दिया गया. जिसके अनुसार उनको (Security Guard और सफाईकर्मियों) सैलरी बढ़ा दी गई और साप्ताहिक छुट्टी आदि दी जाने लगी. जिसकी सूचना एक गार्ड साथी ने फोन कर दी. उन्होंने कहा कि आपके वजह से हमारी सैलरी बढ़ी हैं. मैंने कहा कि मेरे वजह से नहीं बल्कि आपलोगों के एक साथी ने लेबर इंस्पेक्टर के सामने सच बताया इसलिए बढ़ी हैं. अब आपलोगो यूनाइट हो जाइये तभी यह अधिकार बरकरार रहेगा.

Security Guard और सफाईकर्मियों की Salary 4900 से 14000 कैसे हुई

इसके बाद हमारे जनहित याचिका के आर्डर (2017 में) के बाद सेन्ट्रल गवर्नमेंट ने Center Sphere के न्यूनतम वेतन में 42% फीसदी की बढ़ोतरी की. उस समय CG दिल्ली का न्यूनतम वेतन 14000/- हो गया. जिसके बाद आईआरसीटीसी में काम करने वाले सिक्योरिटी गार्ड और सफाईकर्मियों को भी इसका लाभ मिला. ऐसे तो उनको ज्यादा मिलना चाहिए था मगर 8300/- से सीधे 14000/- की बढ़ोतरी से वो लोग काफी खुश थे. आगे क्या हुआ अगर आप कमेंट कर पूछेंगे तो बतायूंगा.

दोस्तों, यह हमारे संघर्ष के दौरान खुद का अनुभव हैं, जिसको आपके साथ शेयर किया हैं. यह इसलिए बताया ताकि आपलोगों को यकीन हो सके कि कोई भी चीज अपने आप नहीं होती बल्कि करना पड़ता है. सरकार या प्रबंधन अपना आप सैलरी नहीं बढाती बल्कि मांग उठानी पड़ती हैं. इसके लिए जानकारी का होना बहुत ही जरुरी हैं. उन्मीद हैं आपको पसंद आएगा और अपने साथियों तक पहुचायेंगे.

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