आप भी तो नही खा रहें प्लास्टिक के चावल, ऐसे करें असली और नकली की पहचान

अगर हम घर से बाहर कुछ भी खा रहे हो, तो यह डर सताता रहता है कि कहीं मिलावटी सामान तो नहीं खा रहें. आये दिन अलग-अलग माध्यमों से कभी दूध तो कभी अंडा तो कभी प्लास्टिक के चावल (Plastic Rice) के बारे में जानकारी मिलती रहती है. जिससे मन में एक डर सा बैठ गया है. जरा सोचिये कि अगर नकली चावल आपके पेट में गया तो क्या-क्या हानि हो सकती है. इसी को ध्यान में रखकर हमारा यह पोस्ट है ताकि आप आसानी से असली और नकली चावल में अंतर कर पायें.

आप भी तो नही खा रहें प्लास्टिक के चावल?

ऐसे इसको पहचाने का सबसे आसान तरीका है कि अगर आप किसी होटल या रेस्टोरेंट या ट्रेन में नकली चावल की आशंका हो तो उस चावल का राइस बॉल बनायें. जिसके बाद उसको फर्श पर उछाल कर देखें. अगर वह राइस बॉल गेंद की तरह उछल रहा तो निःसंदेह नकली है. आज इसके आलावा और भी तरीके बताने जा रहें हैं. जिसके द्वारा आप असली और नकली चावल में अंतर कर पायेंगे.

असली और नकली चावल की पहचान कैसे करें?

तरीका नंबर 1  (Water Test) 
एक छोटे से बर्तन में साफ पानी लें. इसमें एक बड़ा चम्‍मच कच्चा चावल लेकर थोड़ी देर तक हाथ से चलते रहें. अगर चावल असली होगा तो कुछ देर में बर्तन के तली में बैठ जायेगा और अगर इसके बाद भी चावल पानी पर तैरता रहे तो जान लीजिये कि चावल सौ फीसदी नकली है. असली चावल कभी भी पानी पर तैरता नहीं बल्कि उसमें डूब जाता है.
तरीका नंबर 2 – (Oil Test)
 तरीका नंबर 3 – (Fire Test)

इसके लिए एक मुट्ठी चावल को किसी कागज पर रखकर जलाएं. अगर जलने के बाद चावल से प्लास्टिक जलने जैसी गंध आए तो जान लें कि वो प्लास्टिक का चावल है. 

तरीका नंबर 4 – (Boil Test)

इसके बाद भी अगर आपका संदेह दूर न हो तो एक दो मुट्ठी चावल को किसी बड़े बर्तन में उबालें. अगर वह प्लास्टिक का चावल होगा तो उबलते ही पानी के ऊपरी सतह पर एक मोती परत सी जमने लगेगी, जो कि प्लास्टिक जैसी होगी.

 तरीका नंबर 5 – (Fungus Test)
अगर चावल को उबलने के बाद भी अगर उसके अलसी होने पर शंका हो तो चावल को किसी सूखे बोतल में बंद करके 3-4 दिन के लिए रख दें. अगर इस दौरान चावल पर फफूंद लगने लगे तो वह सौ फीसदी असली चावल है. अगर फफूंद नहीं लगे तो समझिये कि वह नकली चावल यानी प्लास्टिक का चावल है, क्योकि प्लास्टिक पर फफूंद नहीं लगती.
 इस तरह से असली और नकली चावल की पहचान कर आप अपना और अपने परिवार को बीमार होने से बचा सकते हैं. उम्मीद करूंगा कि इस जानकारी को खुद तक ही सीमित नहीं रखकर आसपास एक अपने दोस्तों साथियों के साथ शेयर करेंगे ताकि सभी को इसका लाभ मिल सके.
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