शिवराज सरकार ने सभी MP अतिथि शिक्षक को नौकरी से निकाला

मध्यप्रदेश सरकार ने एक सर्कुलर जारी कर MP अतिथि शिक्षक की सेवा समाप्त कर दी है. हमारे जानकारी के अनुसार 28 फरवरी 2018 के बाद कोई भी अतिथि शिक्षक कार्यशील नहीं रहेंगे. इनकी प्राथमिक विधालय, मध्य विधालय, हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्तर पर विभागीय शर्तों के तहत जुलाई-अगस्त में नियुक्तियां हुई थीं. अगले दिनों में सभी स्तर की परीक्षा, परिणाम पर काम होना हैं. इसमें अतिथि शिक्षकों को शामिल नहीं किया है.

MP अतिथि शिक्षक की सेवा समाप्त

दैनिक भास्कर के रिपोर्ट के अनुसार प्रभारी डीईओ ने बताया कि आदेश के अनुसार सूचना भी जारी कर दी है. उन्होंने बताया कि सत्र 20171-18 के जुलाई-अगस्त में जिले की शासकीय शैक्षणिक संस्थाओं में शिक्षकों की कमी को देखते हुए मंदसौर, दलौदा, सीतामऊ, मल्हारगढ़, सुवासरा, शामगढ़, गराेठ और भानपुरा तहसील के स्कूलों में अस्थायी भर्ती हुई थी.
स्कूल शिक्षा विभाग मंत्रालय के उप सचिव प्रमोद सिंह के द्वारा जारी पत्र के अनुसार शासकीय विद्यालयों में रिक्त पदों के विरुद्ध अस्थायी रूप से अतिथि शिक्षक के लिए व्यवस्था की गई है. इस संबंध में विभागीय समसंख्यक आदेश 20 जुलाई 17 एवं 04 दिसंबर 17 द्वारा निर्देश जारी किए गए थे.
शैक्षणिक सत्र 2018-19 में नवीन सत्र 01 अप्रैल 2018 से प्रारंभ हो रहा है. अत: वर्तमान सत्र के लिए शासकीय विद्यालयों में रिक्त पदों के विरुद्ध अस्थायी रूप से अतिथि शिक्षकों को रखे जाने की समयावधि 28 फरवरी 2018 तक नियत की जाती है. 28 फरवरी के पश्चात कोई भी अतिथि शिक्षक कार्यशील नहीं होगा”.

शिक्षकों से मुंडन कराकर अपना विरोध दर्ज कराया

अभी जनवरी में सरकार के खिलाफ महिला और पुरुष शिक्षकों से मुंडन कराकर अपना विरोध दर्ज कराया था . उनलोगों ने भोपाल के जंबूरी मैदान में हजारों की संख्या में शिक्षक जमा होकर सामूहिक मुंडन कराया. महिला शिक्षकों ने सिर पर हल्दी का लेप भी किया.

ये शिक्षक समान काम के लिए समान वेतन की मांग को लेकर विरोध कर रहे थे. जिसके बाद यह खबर पुरे देश में आग की तरह फ़ैल गया था. जिसके बाद उनकी देखा-देखी अन्य राज्यों में भी इस तरह के आंदोलन देखने को मिले.

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