Bihar Government Education Department ने दिए गेस्ट टीचर नियुक्ति के निर्देश, मगर

Bihar Government Education Department गर्मी छुट्टी के समाप्त होने के पहले राज्य के सभी Government High School, +2 Schools में Teachers की किल्लत समाप्त करने जा रही है. इस सन्दर्भ में गुरुवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशक राजीव प्रसाद सिंह रंजन ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को आदेश जारी किया है कि 15 जून तक सभी विद्यालयों में निर्धारित मानदेय पर लिये जाने वाले Guest Teachers की सेवा Schools को उपलब्ध करा दें.

Bihar Government Education Department ने दिए निर्देश

Bihar Government ने Guest Teachers की बहाली के लिए पहले ही Green Signal दे चुकी है. इस सन्दर्भ में राज्य मंत्रिमंडल से भी Education Department के इस प्रस्ताव पर मंजूरी दी जा चुकी है. Education Department ने जिलों के लिए आदेश भी जारी कर दिया, नियुक्ति का विस्तृत Guideline भी जिलों को मिल चूका है.
अब सबसे पहले आपके मन में सवाल होगा कि Guest Teacher कौन हैं, इनका काम क्या है? ये Bihar Niyojit Teachers के जैसे ही हैं और उनसे भिन्न हैं. बिहार में Niyojit Teacher के होते हुए आखिर इनको क्यों रखा जा रहा है.? इसके बारे में थोड़ा Detail में बात करेंगे. आपने कुछ सवालों के जबाब पहले ही विभिन्न समाचार पत्रों के माध्यम से पढ़ ही लिया होगा. हम इसमें लेख के माध्यम से कुछ अलग बताने जा रहे हैं, उम्मीद है की पूरा पढ़ेंगे.

गेस्ट टीचर नियुक्ति

आपके घर में जैसे Guest यानी अतिथि आते हैं और जिस प्रकार आपका घर उनका परमानेंट ठिकाना नहीं होता. ठीक उसी तर्ज पर Guest Teacher होते हैं. जिनका काम Permanent Teacher के नियुक्ति तक ही होता है. यह बात और है कि सालो-साल तक Regular Post की रिक्ति भरी नहीं जाती. फिर एक दिन Court का डंडा चलता है और वर्षों से काम कर रहे Guest Teacher एक झटके में बाहर हो जाते है.
जी हां, दिल्ली के Guest Teacher का कुछ इस तरह का ही हाल है. हर साल नियुक्ति होती है. इसके बीच कभी 1 महीना तो कभी 3 महीने तक का ब्रेक दिया जाता है. जितना दिन काम उतना ही दाम के तर्ज पर काम करते हैं.ऐसे दिल्ली में तो कम-से-कम संघर्ष के माध्यम से 6 हजार से Guest Teachers लगभग 34 हजार मासिक तक पंहुचा चुके हैं. उनको प्रतिदिन और घंटे के दर से वेतन दिया जाता है. Bihar Government भी Guest Teachers का वेतन 1,000 रुपया प्रतिदिन तय किया है, जोकि महीने का 25,000 से ज्यादा नहीं होगा.

मगर High Court ने Guest Teacher के

अभी उत्तराखंड के गेस्ट टीचर्स भी अपनी नौकरी बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं. उनके बारे में हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश केएम जोसेफ एवं न्यायमूर्ति आलोक सिंह की खंडपीठ के समक्ष सुनवाई हुई और माननीय कोर्ट ने सरकार से यह भी कहा है कि दिसंबर, 2017 तक विज्ञापन जारी कर इन पदों पर नियमित नियुक्ति करें.
अमर उजाला के खबर के अनुसार जिसके बाद गेस्ट ने नौकरी बचाने के लिए कोर्ट से अपील की तो अतिथि शिक्षकों को राहत मिल गई है. यहां भी राज्य सरकार ने शिक्षकों की कमी को देखते हुए ही नियमित नियुक्ति की बजाय अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की थी.
अभी हाल ही में मध्यप्रदेश में महिला अतिथि Teachers के सामूहिक मुंडन की खबर से हर लोग वाकिफ होंगे. जिसमें उनलोगों ने राज्य सरकार के समान काम के समान वेतन के वादा खिलाफी से परेशान होकर मुंडन करवाया था. जिसके बाद एमपी सरकार ने छुब्ध होकर 14 दिसंबर 2017 को मनमाने तरीके से अनुबंध के विपरीत सेवाएं समाप्त कर दी है. इसके खिलाफ भी संघर्ष जारी है.

इसके बीच अगर दिल्ली गेस्ट टीचर की बात न की जाए तो बेमानी होगी. दिल्ली गेस्ट टीचर केजरीवाल सरकार कर एलजी के राजनितिक मुद्दा बन कर रह गए हैं. इनकी परमानेंट करने की बात होते-होते रह गई. इसके बाद अब तो Court Court Delhi ने उनके जगह नियमित बहाली की बात कर दी है. हालांकि हिंदुस्तान के खबर के अनुसार अभी फिलहाल हाई कोर्ट ने उनको अक्टूबर 2018 तक राहत दी है.

इन सभी बातों को पर ध्यान देना इसलिए जरुरी है कि Bihar Government और Education Department को इससे सीख लेने की जरुरत है. हम बस इतना कहना चाहते हैं कि आखिर Regular Post पोस्ट पर Fresh Vacancy की जगह Guest Teacher क्यों? Bihar Government और Education Department युवाओं के साथ Use and throw (उपयोग करो और फेंको) की राजनीती कब बंद करेगी. कल को ऐसा न हो कि फिर से कोर्ट- कोर्ट खेलना पड़ जाए. अब इसमें चाहे Government के तरफ से या Teachers के तरफ से धन और और समय की बर्बादी से शिक्षा पर असर तो बच्चो के ही पड़ता है. नितीश जी सोचियेगा..

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