Sahara India Ke Naam Par Scam के खिलाफ पटोरी में जमाकर्ता सड़क पर उतरे

Sahara India Ke Naam Par Scam: बिहार, समस्तीपुर जिले के पटोरी अनुमंडल अंतर्गत “सहारा इंडिया” के नाम पर फर्जीवाड़े के खिलाफ जमाकर्ता सड़क पर उतरें। शाहपुर पटोरी स्टेशन चौक से पैदल चलकर सैंकड़ों महिला और पुरुष जमाकर्ताओं ने अनुमंडल कार्यालय का घेराव किया। जहाँ जुलूस एक विरोध सभा में तब्दील हो गया और एक मत से सभी ने पटोरी में सहारा इंडिया के चल रहे नाम से फर्जीवाड़े पर कार्रवाई की मांग की है।

Sahara India ke naam par scam

भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) ने 17 जून 2008 में ही शिकायत मिलने पर सहारा इंडिया को जमाकर्ताओं से पैसा लेने से रोक लगा दिया था। जिसके बाद 3 सितंबर 2015 में RBI ने सहारा इंडिया फाइनेंशियल कॉरपोरेशन लिमिटेड (सहारा इंडिया) के नॉन बैंकिंग सेवाओं का लाइसेंस ही रद्द कर दिया। जिसके 14 साल बीत जाने के बाद भी पटोरी अनुमंडल अंतर्गत सहारा इंडिया की कई शाखायें फल-फूल रही है। यही नहीं बल्कि वो लगातार बिना किसी भय के जमाकर्ताओं से “सहारा इंडिया” के नाम पर पैसा ले रही है।

लोगों को “सहारा इंडिया” के पेपर से मिलता जुलता पेपर

जबकि हकीकत यह है कि अभी तक उनको सहारा इंडिया का स्कीम बताकर धोखे से “सहारा इंडिया” के पेपर से मिलता जुलता पेपर जिस पर “हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड”, “सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहारयन यूनिवर्सल मल्टीपरपज सोसायटी लिमिटेड और स्टार्स मल्टीपरपज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड दिया जा रहा है। जबकि बैंक चलाने के लिए RBI का लाइलेंस जरुरी है।

जब माननीय सुप्रीम कोर्ट ने अगस्त 2012 में सहारा इंडिया को सभी निवेशकों का पैसा वापस करने को कहा था। तब पुरे देश के निवेशकों को सेवी के मार्फत पैसा क्लेम करना था। जबकि पटोरी में जमाकर्ताओं को पैसा वापस लौटाने की जगह विभिन्न सहकारी समिति के अलग-अलग योजनाओं में धोखे से कन्वर्ट कर दिया गया। जिसके बाद अब वो जमाकर्ताओं का पैसा वापस नहीं दे रहे हैं।

Sahara India Patory Branch की शिकायत की

हमने इस धोखाधड़ी के खिलाफ दिनांक 16 फरवरी 2022 को सुप्रीम कोर्ट से लेकर सरकार व् उनके आलाधिकारियों को शिकायत किया। जिसके बाद कार्रवाई नहीं होने पर अल्टीमेटम देकर 21 फरवरी 2022 को क्षेत्र के हजारों जमाकर्ताओं ने अनुमंडल अधिकारी के समक्ष प्रदर्शन कर Public Petition सौंपा है।

हमने पटोरी अनुमंडल क्षेत्र में संचालित सहारा इंडिया के सभी शाखाओं पर अविलंब कानूनी कार्रवाई कर रोक लगाने की मांग की है। जिससे लोग सहारा इंडिया के नाम पर फर्जीवाड़े के शिकार न हों। इसके साथ ही पटोरी अनुमंडल अंतर्गत तुरंत नोडल अधिकारी की तैनाती कर “सहारा इंडिया” के नाम पर वसूली गई राशि दिलाने की गुहार माननीय सुप्रीम कोर्ट से लेकर केंद्र/राज्य सरकार व् सम्बंधित अधिकारियों से की गई है।

एसडीओ पटोरी ने सहारा इंडिया के नाम पर फर्जीवाड़े पर FIR का आश्वासन दिया

जफ़र आलम, एसडीओ पटोरी ने “सहारा इंडिया” के नाम पर फर्जीवाड़े पर तुरंत FIR कर कार्रवाई का आश्वासन दिया था। जिसके साथ ही उन्होंने पटोरी क्षेत्र की जनता से “सहारा इंडिया” में पैसा निवेश नहीं करने का निवेदन किया। आपको बता दें कि समस्तीपुर जिलाधिकारी के आदेश व् पटोरी अनुमंडल अधिकारी के दिशा निर्देशानुसार से श्री संदीप कुमार पाल, थानाध्यक्ष पटोरी मामले की जांच में लगे हैं। उनका कहना है कि जल्द ही रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपेंगे, जिसके फलस्वरूप आगे जो भी आदेश मिलेगा कार्रवाई की जायेगी।

Sahara India ke naam par scam के खिलाफ पटोरी में जमाकर्ता सड़क पर उतरे

अभी हाल ही में माननीय सुप्रीम कोर्ट में सहारा ग्रुप ने कहा कि उन्होंने सभी निवेशकों के पैसे लौटा दिए हैं। जबकि गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (SFIO) सहारा ग्रुप ऑफ़ कंपनी पर निवेशकों से फर्जी तरीके से 50,000 करोड़ रुपये जुटाने और गबन का आरोप लगाया है।

आपको बता दें कि दिल्ली हाई कोर्ट ने इस धोखधड़ी पर रोक लगा दी है। जिस रोक को हटाने के लिए SFIO ने माननीय सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा है। जबकि इस जाँच एजेंसी के मुताबिक निवेशकों को मैच्योरिटी का पैसा नहीं दिया गया और उन्हें ग्रुप की दूसरी कंपनियों की स्कीमों में पैसा कन्वर्ट करने के लिए मजबूर किया गया।

हमारे क्षेत्र की जनता के तरफ से हम इस ऐतिहासिक आंदोलन में सहयोग के लिए देवानंद, रौशन कुमार, अरुण भाई चस्का, सुधीर कुमार, अविनाश कुमार, दीपक कुमार, प्रभात कुमार, छत्रपति कुमार, अमरेश कुमार, पवन कुमार व् अन्य सभी क्षेत्र के युवा साथियों का शुक्र गुजार रहेंगे। यह तो अभी शुरुआत है, न्याय मिलने तक जंग जारी रहेगा।

सुरजीत श्यामल

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