सहारा इंडिया के पैसे की मांग के कारण ट्रेन से चलने वाले DM ने किया ब्लैक लिस्ट?

आपको सुनकर थोड़ा अटपटा लगेगा मगर यह हकीकत है। समस्तीपुर के नए डीएम योगेंद्र सिंह के तबादला के समय सोशल मीडिया से लेकर न्यूज में काफी वाहवाही हो रही थी। अपने तबादले के बाद अपना बैग उठाकर ट्रेन से समस्तीपुर चले आये और लाइन में लगकर टिकट भी कटवाया आदि-आदि। अब यही इन्ही डीएम साहब पर सहारा इंडिया फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ करने वाले सुरजीत श्यामल ने नंबर ब्लैक लिस्ट में डालने का आरोप लगाया है।

सहारा इंडिया के पैसे की मांग के कारण ट्रेन से चलने वाले DM ने

आरबीआई के द्वारा सहारा इंडिया के नॉन बैंकिंग का लाइसेंस 2015 में रद्द कर दिया गया था।  जिसके बाद भी पटोरी समस्तीपुर के साथ पुरे देश में सहारा इंडिया के नाम पर न केवल पैसा जमा लिया जाता रहा बल्कि खुलेआम ब्रांच भी चल रहा था।  जिस सहारा इंडिया फर्जीवाड़े की जांच और पुरे देश के जमाकर्ताओं के पैसा वापसी के लिए सुरजीत श्यामल के द्वारा पटना हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल किया गया।

माननीय पटना हाईकोर्ट ने जनहित याचिका संख्या-CWJC 18511/2022 के आदेश व बिहार सरकार, वित्त (सांस्थिक वित्त) विभाग, पटना के आदेश दिनांक 28.10.2022 को लागू कराने के लिए आवेदन दिनांक 14 फरवरी 2023 को दिया था। जिसके बाद पटोरी अनुमंडल घेराव दिनांक 24 फरवरी 2023 के माध्यम से हजारों सहारा इंडिया जमाकर्ताओं का क्लेम भी दिया गया। जिसके बाद DM समस्तीपुर के तरफ से न तो कोई कार्रवाई की गई और न ही कोई जवाब ही दिया गया।

यही नहीं बल्कि श्री श्यामल ने DM समस्तीपुर के सरकारी मोबाइल नंबर 9473191332 पर दिनांक 16 मार्च 2023 समय दोपहर 01:46 फोन किया। जिसके बाद DM साहब के तरफ से फोन काट दिया गया, तत्पश्चात उनके नंबर पर टेक्स्ट मैसेज किया। जिसमें उनसे उपरोक्त मामले में बात करने/मिलने के लिए समय का मांग किया।

जब DM समस्तीपुर के तरफ से कोई जवाब नहीं मिला तो पुनः 29 मार्च 2023 सुबह 10:24, फ़ोन लगाया तो फिर से एक घंटी होकर कट गया। जिसके बाद सुरजीत ने पुनः वही उपरोक्त टेक्स्ट मैसेज भेजा। जो कि फेल हो गया। जिसके बाद 01 अप्रैल 2023 सुबह 11:14 बजे फोन किया तो फिर से एक घंटी होकर कट गया। जिसके बाद वो आश्वस्त हो गया कि सुरजीत का नंबर आपके सरकारी मोबाइल नंबर पर ब्लॉक/ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है । जबकि DM को सरकार द्वारा सरकारी खर्च पर नंबर उनकी समस्या का समाधान के लिए प्रदान किया जाता है।

जिसकी शिकायत डीएम समस्तीपुर के साथ मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार को भी की गई है। जिसके बाद अभी तक न तो कोई कार्रवाई की गई है न ही डीएम साहब ने फोन नंबर ही अनब्लॉक किया है। जबकि एक वर्ष पूर्व भी सहारा इंडिया फर्जीवाड़े मामले में ऑफिस में मिलने से मना कर दिया था। जिससे डीएम समस्तीपुर श्री योगेंद्र सिंह के ईमानदारी और कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने लगा है।

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