EPF Salary Ceiling Limit increase: कर्मचारियों के ईपीएफओ में सामाजिक सुरक्षा कवरेज को बढ़ाया जा सकता है। खबर के अनुसार कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के तहत वेतन सीमा को अब 15,000 से बढाकर 21,000 किया जा सकता है। जिससे आपके सैलरी पर भारी असर पड़ सकता है, आइये जानते हैं कि इससे आपको फायदा होगा या घटा?
EPF Salary Ceiling Limit increase News in Hindi
आपको बता दें कि पीएफ के लिए वेतन सीमा बढ़ाने की सीमा पिछले कई वर्षो से ठंडे बस्ते में पड़ा है। अब इसके ऊपर विचार किया जा रहा है। मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पीएफ विभाग के एक अधिकारी ने बताया है कि सभी विकल्पों का मूल्यांकन किया जा रहा है। जिसके ऊपर नई सरकार के द्वारा निर्णय लिया जा सकता है।
भारी वित्तीय प्रभाव
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के मुताबिक सरकार का मानना है कि भारतीय उद्योग जगत की मजबूत बैलेंस शीट वेतन सीमा में बढ़ोतरी के कारण उद्यमों पर पड़ने वाले अतिरिक्त वित्तीय बोझ को कम करने में मदद करेगी। EPF Salary Ceiling Limit बढ़ाने से सरकार और निजी क्षेत्र दोनों पर भारी वित्तीय प्रभाव पड़ेगा।
लाखों श्रमिकों को इसका लाभ
अगर सरकार अधिक से अधिक कर्मचारी को सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाना चाहती है तो सैलरी की सीमा को बढ़ाने की दिशा में काम करना होगा। अगर पीएफ सैलरी की सीमा बढ़ाई जाती है तो लाखों श्रमिकों को इसका लाभ मिलेगा। अभी अधिकतर राज्यों में न्यूनतम वेतन 15000 से अधिक है। जिनको अभी जो पीएफ सैलरी की सीमा है, उससे समाजिक सुरक्षा से वंचित होना पड़ता है।
CHANGE OF WAGE LIMIT {PARA 2(f) OF EPF SCHEME 1952} | |
Period | Wage limit/month |
01.11.1952 to 31.05.1957 | Rs. 300/- |
01.06.1957 to 30.12.1962 | Rs. 500/- |
31.12.1962 to 10.12.1976 | Rs. 1,000/- |
11.12.1976 to 31.08.1985 | Rs. 1,600/- |
01.09.1985 to 31.10.1990 | Rs. 2,500/- |
01.11.1990 to 30.09.1994 | Rs. 3,500/- |
01.10.1994 to 31.05.2001 | Rs. 5,000/- |
01.06.2001 to 31.08.2014 | Rs. 6,500/- |
01.09.2014 onwards | Rs. 15,000/ |
आपको याद दिला दें कि ईपीएफओ के तहत आखिरी बार वेतन की सीमा में 2014 में बढ़लाव हुआ था। जिस समय इसे 6500 से बढ़ाकर 15000 कर दिया गया था। जबकि इसके उलट कर्मचारी राज्य बीमा निगम ((ईएसआईसी) में भी वेतन की सीमा इससे अधिक है। वहां साल 2017 से ही 21000 की उच्च वेतन सीमा है और सरकार के भीतर सहमति है कि दोनों सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत वेतन सीमा अलाइन किया जाना चाहिए। आपको बता दें कि कर्मचारियों के ईपीएफओ और ईएसआईसी दोनों ही श्रम एवमं रोजगार मंत्रालय के प्रशासन नियंत्रण में है।
EPF Salary Ceiling Limit increase कर्मचारियों के सैलरी पर कितना असर?
पीएफ खाते में कर्मचारी और नियोक्ता का योगदान
कर्मचारी भविष्य निधि और विविध प्रावधान अधिनियम, 1952 के तहत कर्मचारी और नियोक्ता दोनों को ईपीएफ खाते में बेसिक+मंहगाई भत्ता का 12 फीसदी का योगदान करना होता है। जहां पीएफ खाते में कर्मचारी योगदान का पूरा पैसा जमा होता है। वही नियोक्ता के योगदान का 8.33% कर्मचारी पेंशन योजना और बांकी 3.67% पीएफ खाते में जमा होता है।
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Sir mujhe ye jaanna gai ki pf (last) kam se kam kitne employees me kata ja sakta hai
Please quickly answer me
ऊपर पोस्ट में बताया तो है, आपके बेसिक+मंहगाई भत्ता का 12%